ज्वार की रोटी बनाने की विधि
ज्वार की रोटी एक भारतीय व्यंजन का हिस्सा है, जो कम से कम सामग्री में ज्वार के आटे और नमक के साथ बनाई जाती है, ज्वार की रोटी भारत में बहुत प्रसिद्ध है और भारत के पश्चिमी भागों में अधिक खपत की जाती है, आप इसे कैसे पसंद करते हैं, इस पर निर्भर करते हुए ज्वार की रोटी को नरम मुलायम बनाएं।
ज्वार की रोटी फाइबर से भरपूर होती है, ग्लूटेन मुक्त होती है, मधुमेह रोगियों के लिए अच्छी होती है, मैग्नीशियम में उच्च और आयरन रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम करती है, ज्वार की रोटी खाने से वजन कम होता हैं, ये मधुमेह, कैंसर, ह्रदय रोग में लाभदायक हैं, ज्वार में मैग्निशियम होने से ये हड्डियों को मजबूत रखती हैं, गेहूं की रोटी की तुलना में ज्वार की रोटी सेहत के लिए बहुत उपयोगी हैं |
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ज्वार की रोटी |
ज्वार की रोटी बनाने की सामग्री :-
- १ कप ज्वार का आटा
- नमक स्वादानुसार
- पानी आवश्यकतानुसार
ज्वार की रोटी बनाने का तरीका :-
- सबसे पहले एक बड़ी थाली में ज्वार का आटा लीजिए, उसमें आपके हिसाब से नमक डाल लीजिए, फिर ऊपर से थोड़ा-थोड़ा सा पानी डालते हुए आटे को गूँथिए, ध्यान दीजिए कि आटा ज्यादा सख्त न हो, क्योंकि ज्यादा सख्त आटे की रोटी बनाने में कठिनाई होगी, ज्यादा सख्त आटे की रोटी किनारे से फट जाने से रोटी को सेकते वक्त फटे हुए किनारों से हवा निकल जाने से रोटी फुलती नहीं हैं, इसलिए आटा थोड़ा सा नरम ही गुंथे, आटे को १ से २ मिनट अच्छे से मल लीजिए, इससे रोटी अच्छी बनती हैं।
- गुंथे हुए आटे में से थोड़ा सा आटा तोड़ कर लोई बनाइए, तकते या चकले पर थोड़ा सा सूखा हुआ आटा डाल कर उस पर लोई रख कर फिर से थोड़ा सा सूखा हुआ आटा डालिए, लोई के ऊपर हम जो सूखा आटा डाल रहे हैं, वो बहुत कम होना चाहिए, अब दाएं हाथ की उंगलियों और हथेली से थोड़ा-थोड़ा दबाते हुए रोटी को गोल-गोल घुमाते हुए रोटी बनाइए, बाएं हाथ से रोटी के किनारे को थोड़ा-थोड़ा दबाते जाइए, ताकि रोटी के किनारे फटे नहीं, कोशिश करे कि रोटी एक आकर में बने मतलब कहीं से मोटी या कहीं से पतली न हो, जहां से रोटी मोटी लग रही हो वहां पर हथेली से थोड़ा सा दबा दीजिए।
- रोटी को तकते या चकले से धीरे से उठाकर तवे पर डाल दीजिए, ध्यान दीजिए ज्यादा पलेथन वाला भाग तवे पर ऊपर के बाजू आए, फिर हाथ में थोड़ा सा पानी लेकर रोटी पर लगाइए, ताकि रोटी सिकने पर पलेथन का सुखापन रोटी पर दिखाई न दे और रोटी अच्छे से फूल कर उसके अलग-अलग लेयर हो जाए, आंच को मध्यम ही रखें ताकि रोटी अंदर से कच्ची न रहे।
- एक से दो मिनट बाद रोटी को चिमटे की सहायता से किनारे से उठाते हुए धीरे से पलट दीजिए, रोटी सिकने के बाद रोटी को तवे पर से उतारकर आंच पर डायरेक्ट रख दीजिए, ध्यान दीजिए रोटी पर हमने पानी जिस साइड लगाया था वो भाग नीचे की ओर हो, चिमटे से रोटी का कम सिका हुआ भाग आंच पर एडजस्ट करते जाइए।
- ज्वार की रोटी को दूसरी ओर से भी इसी तरह सेंकिए, लीजिए बन गई फूली-फूली ज्वार की रोटी, अब रोटी पर थोड़ा सा घी या मक्खन लगा कर गर्मा-गरम खाइए और खिलाइए।
धन्यवाद !
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